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ओमीक्रोन का संक्रमण होने पर कौन सी दवा लें?

What medicine to take if you have Omicron infection?

जैसाकि हम सभी जानते हैं कि, कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट से सम्पूर्ण विश्व त्रस्त है। इसके संक्रमण की रफ्तार पिछले वेरिएंटस से अधिक बताई जा रही है। WHO ने इसे “वेरिएंट आफ कन्सर्न” की श्रेणी में सूचीबद्ध किया है। इस वायरस में डेल्टा वायरस के मुकाबले 30 से अधिक प्रोटीन श्रृंखला या स्पाइक्स मौजूद है। इसलिए इसकी संक्रमण दर पिछले वेरिएंट से कई अधिक है। इसका म्यूटेशन की रफ्तार भी अधिक है, और यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को से बचने में भी सफल हुआ है। यदि आप गौर करेंगे तो आपने भी देखा होगा कि कोविड वैक्सीन के दो डोज लिए व्यक्ति भी इसकी चपेट में आएं हैं।

ओमीक्रोन संक्रमण की दवा (Medicine in Omicron Infection)-

अगर विशेषज्ञों की राय मानी जाएँ तो ओमीक्रोन संक्रमण फरवरी माह में सबसे उच्च में जा सकता है। हालाँकि रोगी पर ओमीक्रोन का प्रभाव डेल्टा वेरिएंट से कम है; परन्तु लापरवाही करने पर यह भारी क्षति पहुँचा सकता है। सरकार द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करने से आपको इससे संक्रमित होने का खतरा कुछ प्रतिशत तक कम हो सकता है। किसी भी हालात में इसे नजरअंदाज ना करें। ओमीक्रोन के संक्रमण से होने वाली मृत्यु का आंकणा आप सरकार की बेसाइट पर देख सकते हैं । इससे बचने का एकमात्र उपाय सावधानी ही है।
इस वायरस से कोई भी संक्रमित हो सकता है। आज इस लेख में ओमीक्रोन संक्रमण होने पर आवश्यक दवा की सूची को बताया गया है। आइये जानते हैं ओमीक्रोन संक्रमण में आवश्यक और प्रभावी दवा, और खान-पान के बारे में-

ओमीक्रोन संक्रमण में आवश्यक दवा की सूची (List of Necessary Medicines)-

डोलो 650 (DOLO 650)

ओमीक्रोन संक्रमण के लक्षणों में व्यक्ति को बुखार और सुस्ती की समस्या हो सकती है। इससे बचने के लिए डोलो-650 को लेना एक प्रभावशाली विकल्प है। DOLO-650 में पैरासिटामोल की 650 mg मात्रा का उपयोग हुआ है। यह तेज बुखार को नियंत्रित करने में मदद करती है। इसके अतिरिक्त यह शरीर के दर्द, मलेरिया, डेंगू, माईग्रेन आदि समस्याओं में  भी ली जाती है।
डोलो-650 की मात्रा और आवृत्ति विशेषज्ञ की सलाह पर ही लेना सर्वश्रेष्ठ है। इसकी खुराक रोगी के आयु, लिंग, चिकित्सा इतिहास, और बुखार की अवस्था पर निर्भर करता है। इसमें मौजूद पैरासिटामोल की मात्रा अधिक होने से इसका किडनी और लिवर पर दुष्प्रभाव देखने को मिल सकता है। दवा डाक्टर के सुझाव पर लें। दवा को खाने के बाद लेने की सलाह दी जाती है।

अलेग्रा 180 mg (Allegra-180 mg)

यह दवा एलर्जी के विरुद्ध कार्य करती है। इसका उपयोग नाक बहना, छाती में जकड़न, छींकना, आँखों में पानी, आदि की समस्याओं का ईलाज में किया जाता है।  इसके अतिरिक्त यह कंजक्टिवाइटिस, एक्जिमा, आदि का इलाज में भी सहायक होती है। अल्लेग्रा-180 (Allegra-180) में  फेक्सोफेनाडाइन होता है। यह हिस्टामाइन एंजाइम को रोकने का काम करता है। ओमीक्रोन संक्रमण में यह गले में होने वाली रेस्पिरेटरी की समस्या को कम करने में मदद करता है। परन्तु अधिक मात्रा में दवा के सेवन से यकृत और गुर्दे पर नुकसान हो सकता है। ओमीक्रोन संक्रमण में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता का ह्रास होता है। इसलिए निर्धारित मात्रा में ही दवा का सेवन करें।
यह दवा भी डाक्टर की देखभाल में सेवन के लिए निर्देशित है। इसलिए कोविड टेस्ट के बादडाक्टर से परामर्श अवश्य लें।

पेनटाप-डी (Pantop-D)

अक्सर बुखार या तबीयत बिगड़ने पर जरूरी खानपान में कमी आ जाती है। और कुछ दवाओं के सेवन से पेट में एसीडिटी, जलन, और खट्टी डकार की समस्या उत्पन्न हो जाती है। पेनटाप-डी (Pantop-D) अम्लता, गैस्ट्रिक, और जलन को रोकने में मदद करती है। यह दवा इसके अतिरिक्त अमाशय का छाला, सूजन, जी मिचलाना आदि समस्याओं में भी उपयोग में ली जाती है।
ओमीक्रोन कोरोना ही प्रकार है, इसलिए किसी भी दवा का सेबबबवन से पूर्व टेस्ट अवश्य करवाएं।और डाक्टर से अच्छी तरह से विचार विमर्श करें। इसकी मात्रा और समयावधि आपके संक्रमण की स्थिति पर निर्भर करती है। स्वयं से किसी भी दवा को लेने से बचें।

एलेक्स सिरप (Alex Syrup)

यह दवा एक कफ़ सिरप है। यह सर्दी, जुकाम और इसके लक्षणों में राहत देती है। जैसा कि आप जानते हैं  कि कोरोना वायरस श्वास प्रणाली पर असर करता है, यह दवा श्वसन पथ की सफाई करने और इससे संबंधित समस्या के उपचार में प्रयोग की जाती है। Alex Syrup खांसी, जुकाम, फ्लू, एलर्जी एदि में भी लाभदायक है।
दवा की मात्रा और आवृत्ति व्यक्ति की उम्र, लिंग, संक्रमण की स्थिति आदि कारको पर निर्भर करती है। इसलिए विशेषज्ञ से निर्धारित मात्रा का ही सेवन करें।

इन दवाओं के अतिरिक्त डाक्टर बारिसिटिनिब, टोसिलिजुमैब, सरीलुमैब आदि दवाओं को भी रोगी के उपचार के लिए निर्देशित कर रहें हैं। यह दवाएँ रोगी में संक्रमण की अवस्था के अनुसार दी जा रही हैं। स्वयं से कोई भी दवा का सेवन करने से बचें, क्योंकि दवा के गंभीर दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।

ऊपर दी गई दवाओं की सूची डाक्टर से विचार विमर्श कर के दी गई हैं। परन्तु देश में कई स्थानों पर डाक्टर्स वहाँ पर उपलब्ध अन्य प्रभावी दवाओं को भी निर्देशित कर रहे हैं।

सावधानियाँ  (Cautions)

जितना हो सके प्रतिरोधक क्षमता और ऊर्जा को बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें। खाने में विटामिन, मिनरल्स और आवश्यक पोषक तत्व होना जरूरी है।

विटामिन C

नींबू, संतरा, कीनू जैसे रसदार फलों में विटामिन C भरपूर मात्रा में होता है। रोजाना इन फलों के सेवन आपके शरीर में विटामिन C की आवश्यक मात्रा बनी रहती है। विटामिन C प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है।

काढ़ा ( Decoction)

अदरक, तुलसी का काढ़ा श्वास मार्ग के संक्रमण को रोकने का कार्य करता है। इसके अतिरिक्त ग्रीन टी भी सेहत के लिए एक विकल्प है। आप बाजार से भी काढ़ा खरीद सकते हैं। जितना हो सके गर्म पानी का प्रयोग करें।

भोजन (Food)

सब्जियों, दाल और प्रोटीन वाले खाने का अधिक प्रयोग करें। आसानी से पचने वाला खाना खाएं। ब्रोकली, मशरूम, हरी सब्जी, गाजर, टमाटर आदि का प्रयोग करें। भोजन समय पर करें। यदि ओमीक्रोन के लक्षण हो तो तेल वाली चीजों और  प्रोसेस्ड फूड से परहेज करें।

आवश्यक सूचना

उपरोक्त जानकारी डाक्टर और ओमीक्रोन पाॅजिटिव व्यक्ति से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर दी गयी है। स्वयं से दवाओं का सेवन करना नुकसान कर सकता है। इसलिए डाक्टर से पूरी तरह से विचार विमर्श करने के बाद ही दवा का सेवन करें।

आयुष रिव्यु

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